12 दिसंबर 2014



धर्मांतरण: यह देश के साथ साजिश है
अयोध्या –चिश्ती सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित महंत युगलकिशोर शरण शास्त्री आगरा मे कराए गए मुस्लिमो के धर्म परिवर्तन पर रोष व्यक्त करते हुये कहा कि यह धोखाधड़ी,प्रलोभन और देश के साथ गद्दारी की गहरी साजिश है। सांप्रदायिक राजनीति की जमीन तैयार करने वालों को बेनकाब करने की सख्त जरूरत है।  क्योकि उसने मुस्लिमो को धोखा दिया है। इस हिंदुवादियो को सबसे पहले अपनी बेटी से शादी करके यह नज़ीर पेश करना चाहिए कि मैं आपको अपनी जाति मे शामिल कर रहा हूँ। हिन्दू धर्म का मुख्य आधार ही वर्ण और जाति व्यवस्था है। हिन्दू धर्म सिर्फ छलावा है। यह धर्म सिर्फ देश के ओबीसी दलित और अनुसूचित जनजातियों को अपने जाल मे फसाने के लिए बनाया गया है।
बीजेपी के सांसद योगी आदित्य नाथ और साक्षी महाराज मुस्लिमो को हिन्दू बनाने के नाम पर धोखा दे रहे है। उन्हे इसके लिए कोई हैसियत नहीं मानी जाएगी जब तक वे अपने अपने परिवार के लड़कियो को मुस्लिम युवको से ब्याह नही देते है। इसके साथ ही उन्हे तब तक अपनी जाति के हजारो परिवारों से कोर्ट मे यह शपथ पत्र दिला देते कि कोई भी मुस्लिम जो हिन्दू बन जाएगा उससे रोटी बेटी का संबंध रखूँगा। आखिर जो मुस्लिम हिन्दू बनेगा? कौन सी जाति उन्हे स्वीकार कारेगी। इसकी गारंटी लेने वाली कोई जाती तो चाहिए ही।
देश के अल्पसंख्यको से आग्रह करूंगा की वे हिन्दू बनने के फिराक मे न पड़े। शिकारी आप के पास पहुँच सकते है। इनसे सावधान रहिए अन्यथा वे आपके गले मे फंदा डाल देंगे। संघी गिरोह देश के खतरनाक शिकारी हैं। ये लोग देश के दलित,ओबीसी और जनजातियो पर हजारो वर्ष से जुल्म ढा रहे हैं। इनके सांप्रदायिक और वर्णवादी मंसूबों से लगातार सजग रहने की जरूरत है।