8 अक्तूबर 2012

काशी में मानव एकता यात्रा का भव्य स्वागत...

" काशी में मानव एकता यात्रा का भव्य स्वागत" 

           २ अक्टूबर गाँधी जयंती के अवसर पर अयोध्या से प्रारंभ मानव एकता यात्रा शनिवार को बनारस पहुंची. जहाँ काशी के नागरिको और विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं द्वारा  मानव एकता यात्रा का भव्य स्वागत किया गया.  जिसमे सर्व धर्म  प्रार्थना की गयी और शांति मार्च निकला गया. मालूम हो कि चिश्ती सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित युगल किशोर शरण शास्त्री के नेतृत्व  में  द इंडिया हार्मोनी फौन्डेशन सर्व धर्म सद्भावना  ट्रस्ट व आशा परिवार कि ओरसे  अयोध्या  से पूरे देश में सम्प्रदिक सदभाव, मानव एकता व शांति के लिए भाईचारा शांति यात्रा  निकली जा रही है.
              इस क्रम में गत २ अक्टूबर से ११ अक्टूबर तक अयोध्या से बौध गया तक मैदागिन स्थित गाँधी पार्क यात्रा निकाली गयी  है. शनिवार कि सुबह यात्रा कैथी गांव पहुंची जहाँ आशा के सथिंयो और ग्रामवासियों द्वारा एक जोरदार स्वागत किया  गया. तत्पच्चात  मानव एकता यात्रा दोपहर ११ बजे चिरईगांव लोक चेतना समिति पहुची जहा पर लोक चेतना समिति द्वारा एक विचार गोष्ठी का आजोजन किया गया. फिर  मानव एकता यात्रा शाम ३ बजे मैदागिन स्थित गाँधी पार्क पहुची जहाँ पर साझा संस्कृति मंच से जुड़े विभिन्न स्वयं सेवी संगठनो के प्रतिनिधि और काशी के नागरिको द्वारा जोरदार स्वागत किया गया. इस अवसर पर एक सर्व धर्म प्रार्थना किया गया और पूरे दुनिया में शांति और भाईचारा कायम रखने कि प्रार्थना कि गयी.इसके बाद मैदागिन स्थित गाँधी पार्क से आजाद पार्क लहुराबीर तक शांति मार्च निकला गया. रैली में हम सब एक है, एक बनेंगे नेक बनेंगे,इन्सान का इन्सान से हो भाईचारा यही पैगाम हमारा हिन्दू हो मुसलमान सबसे पहले है इन्सान, आदि नारे लगाये गए. लोक समिति के साथियों और मानव एकता में शामिल सथिंयो द्वारा शांति और भाईचारा का गीत गया गया. साथ ही एकता का सन्देश देने वाले स्टीकर व पर्चे बांटे जा रहे थे.मार्च के जरिये लोगो को एकता और भाई चारे का सन्देश दिया गया.
          आजाद पार्क लहुराबीर में मोमबत्तियां जलाकर विश्व में शांति का संकल्प लिया गया. इसके बाद मानव एकता यात्रा शाम ७ बजे राजातालाब के हरसोस गांव पहुची जहा पर लोक समिति और नरेगा मजदूर यूनियन द्वारा एक भव्य जनसभा का आजोजन किया गया जिसमें करीब एक हजार लोग शामिल हुए. लोगो ने यात्रा का जोरदार स्वागत किया.इस अवसर पर लोगो ने कहा कि अयोध्या में सभी धर्मो से जुडी धर्म स्थलीय है. और वहां के लोगो ने कटुता वैमनस्य और भेदभाव को हमेशा नाकारा  है.जिसे हमें स्मरण करने कि जरुरत है. सभी यात्रियों ने रात्रि पड़ाव लोक समिति आश्रम में किया.और अगले सुँबह नास्ता करने के बाद चंदौली के लिए प्रस्थान किया.
नन्दलाल मास्टर
सचिव साझा संस्कृति मंच
लोक समिति वाराणसी
 
 


    

1 टिप्पणी:

ayodhya ki awaj ने कहा…

हमे बिहार के जनता की चिन्ता है,जिसका हकहकूक @lalu pd yadav ही दिला सकते है।सुप्रीम कोर्ट से रिलीफ मिल सकता है।