21 अगस्त 2013



       इंसानियत का पैगाम यात्रा २०१३:रिपोर्ट 

इंसानियत का पैगाम यात्रा २०१३ अयोध्या से निकाली गयी ११वी यात्रा की एक कड़ी थी.जो की हिरोशिमा दिवस पर निकाली गयी.यात्रा अयोध्या से निकलकर वाया दिल्ली होते हुए उतराखंड की राजधानी देहरादून पहुंची.यात्रा के दौरान विभिन्न पड़ावों पर सद्भाव आधारित कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए.यात्रा का मकसद था साझी विरासत को मज़बूत करना और केदारनाथ त्रासदी में तबाह हुए लोगों को राहत पहुचाना.दरअसल इंसानियत का पैगाम यात्रा अयोध्या नगरी से इसलिए निकली गयी.क्युकी यह नगरी दुनिया के साझी विरासत के केन्द्रों में प्रमुख है,यहाँ के विभिन्न धर्मों/पंथों के लोग परस्पर मिल-जुल कर रहते आये हैं,यह नगरी हिन्दू,मुस्लिम,सिख,जैन,बौध धर्मों का प्रमुख धार्मिक स्थल है.इस यात्रा के जरिये अधिक से अधिक लोगो तक पहुंचा कर देश में साझी विरासत को मज़बूत करना था.दूसरी ओर उतराखंड प्राकृतिक बन सम्पदा का विशाल क्षेत्र के साथ-साथ ऋषि-मुनियों की तपोस्थली है जो सारी दुनिया को शांति का सदेश देती रहती है यह यात्रा दोनों ध्रुवों का मिलन भी था इंसानियत की पैगाम यात्रा सर्युकुंज रामजानकी मंदिर से प्रातः ९ बजे से अपने अगले पड़ाव की ओर आगे बढ़ी.फैजाबाद में अवध पीपुल फोरम,अयोध्या की आवाज़ की तरफ से यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया,फैजाबाद प्रेस क्लब में सद्भाव पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन भी हुआ जिसमे यात्रा के साथी आकाशवाणी के कलाकार रामप्रसाद साहेब ने कबीर भजन एवं यात्रा के मुखिया चिश्ती हारमनी पुरस्कार से सम्मानित युगल किशोर शरण शास्त्री,फिल्म एक्टिविस्ट शाह आलम ने दूर-दूर तक इंसानियत का पैगाम को आगे बढाया.यात्रा का पहला पड़ाव कानपूर के पनकी पॉवर हाउस के अधिकारी निवास में हुवा.सामाजिक कार्यकर्त्ता सचिदानंद भास्कर ने अपने साथियों सहित यात्रा का सवागत किया.इसके बाद सद्भाव पर चर्चा भी हुई इंसानियत का पैगाम यात्रा ७ अगस्त को दिल्ली पहुंची जहाँ लोधी रोड स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में यात्रियों के रुकने की व्यस्था की गयी थी ८ अगस्त को २८ अकबर रोड पर केन्द्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री के रहमान खान के निवास पर पूर्व केबिनट सेक्रेट्री ज़फर सैफुल्लाह की अध्यक्षता में कार्यक्रम हुवा जिसमे के रहमान साहब ने भी अपने उद्बोधन से यात्रियों को प्रोत्साहित किया इस अवसर पर पी एम् हुसैन के स्कूली बच्चों ने एकता गीत तथा रामप्रसाद साहेब ने अपने भजनों से समां बाधा,इंसानियत का पैगाम यात्रा ८ अगस्त को मेरठ पहुंची जहाँ पर डॉ.माजिद ने यात्रा का स्वागत किया..दुसरे दिन शहर में शांति यात्रा भी निकाली गयी उसके बाद यात्रा का कारवां हरिद्वार के लिए निकल पड़ा...हरिद्वार में आर्य समाज मंदिर में ठहरने की व्यस्था की गयी थी यात्रा ९ अगस्त को देहरादून पहुंची वहा रेजीडेंसी होटल में रुकने की व्यस्था की गयी थी.१० अगस्त को यात्रा अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजभवन पहुंची जहाँ राजभवन के विशाल कक्ष में गोष्ठी का आयोजन किया गया अध्यक्षता राज्यपाल डॉ.अज़ीज़ कुरैशी ने किया.इस अवसर पर युगल किशोर शरण शास्त्री,उर्मिला शुक्ला,संतोष श्रीवास्तव,सुनीता केशवा और अदीना ने विचार व्यक्त किया.कबीर भजन गायक एवं केरल के बच्चों ने अपने गीतों से एकता का सन्देश दिया.राजपाल ने अयोध्या की साझी विरासत पर विस्तृत चर्चा की.यात्रा की तरफ से राजपाल को केदारनाथ के भाइयों लिए राहत सामग्री भेट की गयी

११ अगस्त को हिमालय कम्पनी के डॉ.फारुक के ओसधीय फॉर्म में जड़ी बूटियों का अध्यन कराया गया और गोष्ठी भी हुई जिसमे अधिकाँश यात्रियों ने गीतों एवं विचारों से एकता का सन्देश दिया १३ अगस्त को इंसानियत का पैगाम यात्रा शाहजहांपुर पहुंची,जहाँ विनोबा आश्रम, वरतारा में आश्रम के संथापक रमेश भय्या ने यात्रा का स्वागत किया.आश्रम में सेमिनोर का भी आयोजन भी किया गया जिसमे रमेश भय्या सहित यात्रियों ने इंसानियत के पैगाम को तमाम लोगों तक पहुचाया
इंसानियत की पैगाम यात्रा की खासियत यह थी इसमें हिन्दू –मुस्लिम,इसाई,लेखक,पत्रकार,साहित्यकार,स्त्री,पुरुष शामिल थे .जो की लघु भारत का प्रतीक था इसमें यूपी,छतीसगढ़,महराष्ट्र,दिल्ली,केरला सहित कई प्रान्तों के लोग शामिल थे परोक्ष-अपरोक्ष रूप से लाखो लोगों तक सन्देश पहुचाया गया जो सामाजिक संतुलन को बनाये रखता है
यात्रियों की सूची
1.       युगलकिशोर शरण शास्त्री
2.       राम प्रसाद साहेब
3.       शाह आलम
4.       अनारा देवी
5.       जीशान सिद्दीकी
6.       नियम दास
7.       सुप्रिया
8.       प्रमिला वर्मा
9.       उर्मिला
10.   संतोष श्रीवास्तव
11.   सुमिता जायसवाल
12.   राना खातून
13.   सरिता
14.   संगीता
15.   पी टी एम् हुसैन+११


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