23 सितंबर 2013



अमन पखवाडा २०१३ पर व्याख्यान

फैजाबाद,आज अमन पखवाडा २०१३ के चौथे दिन फार्ब्स इंटर कालेज में चिश्ती सद्भावना अवार्ड से सम्मानित युगलकिशोर सरन शास्त्री का बच्चों के विच में व्याख्यान हुआ.अमन पखवाडा के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा की कलह कदम्ब तब होते है जब हम इंसानियत को निचे और मजहब और धर्म को ऊपर कर देते हैं.हम इन्सान है और हमारा असली पहचान भी यही हो सकता है.आपसी सौहार्द से विकास के रास्ते भी खुलते हैं.इस अवसर पर कालेज के प्रिंसिपल रियाज़ अहमद खान ने अपने उद्बोधन से शास्त्री और उनके साथियों को धन्यवाद दिया.इस अवसर पर अभियान के साथी बरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्त्ता शाह आलम,अफाक,आलोक निगम और शिवम् भी शामिल थे.कार्यक्रम के वाद कालेज के छात्रों के माध्यम से एक हजार परिवारों में अपील के पर्चे वितरित किये गए.यहाँ के बाद कार्यकर्ताओं की टीम द्र्श्गाह इस्लामिया स्कूल पहुंची.वहां पर बच्चों में ५ सौ अपील वितरित किये गए.अभियान की टीम मोहम्मद हसन साहेब के स्कूल पहुँच कर बच्चो में ५०० अपील वितरित किये.
अमन पखवाडा २०१३ अयोध्या की आवाज़ एवं अवध पिपुल्स फोरम द्वारा चलाया जा रहा है यह अभियान १९ सितम्बर को अयोध्या से शुरू हुवा था और २ अक्तूबर टांडा में समापन होना है

19 सितंबर 2013

‘साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँ’ पर मंथन



साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँपर मंथन
 अयोध्या, साम्प्रदायिकता के सबाल ने देश की तरक्की को रोक दिया है.धर्म को खतरनाक बना दिया गया है.साम्प्रदायिकता धर्म को प्रदूषित कर रही है.इसके कारण हम तमाम मामलो में पीछे हट रहे हैं.हमारी भावनात्मक एकता खत्म हो रही है.धर्म निरपेक्षता सभी धर्मो का सम्मान करता है.साम्प्रदायिकता सांस्कृतिक विभेदता को बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत करता है. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का मतलब सिर्फ साम्प्रदायिक राष्ट्र होता है.साम्प्रदायिकता को हम विवेक द्वारा काट सकते हैं.इस राजनीती का हमे पर्दाफाश करना होगा. बरिष्ठ साहित्यकार रघुवंशमणि सर्युकुंज मन्दिर में आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे.यह कार्यक्रम अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल्स फोरम द्वारा आयोजित था.परचर्चा का विषय था साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँ.
गोष्ठी को संबोधित करते हुए वाराणसी से आई डॉ.मुनीज़ा खान ने कहा की हर धर्म में सनातन मूल्य एक ही है.शासक वर्ग अपने फायदा के लिए मन्दिर और मस्जिद को तोड़ता है,धर्म का नाम लेकर वह अपने कारगुजारियों को छिपाता है.फिर्कापरस्तियों की चुनौती को हमे स्वीकारना होगा.उन्होंने आरोप लगाया है की गुजरात की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है,रोज़ बलात्कार हो रहे है.दंगो से सबसे अधिक महिलाएं प्रभावित होती है.
व्यापारी नेता नंदकुमार गुप्ता ने कहा की 90 के दशक में यह अयोध्या नगरी शांत और साफ सुथरी मानी जाती थी.अब दंगों की राजनीती शुरू हो चुकी है.यहाँ आग भड़केगी.विहिप के कार्यक्रमों से सबसे अधिक प्रताड़ित व्यापारी वर्ग हुआ है.कथित ८४ कोशी परिक्रमा से एक महिना का आय बाधित हुआ है.उनके इस प्रकार के कार्यकर्मों का हम  सख्त बिरोध करेंगे.
रामजन्म भूमि के बरिष्ठ पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास ने कहा की मानवता को कभी भूलना नही चाहिए.हमे दुनिया को शांति का संदेश देना चाहिय.अयोध्या का आपसी भाईचारा सबको सुसंदेश दे रहा है.इकबाल मुस्तफा ने अपने उद्बोधन में कहा की जो हक के लिए लड़ा जाये वही जेहाद है.अंग्रेजो ने धर्म की बुनियाद पर दंगा कराना प्रारम्भ किया.आज फिरकापरस्ती ताकतें उसी का अनुसरण कर कर रही है.नफरत की बुनियाद पर न कोई हिन्दू है और न कोई मुस्लिम.
महंत गया दास ने  विहिप पर हमला बोलते हुए  कहा की ८४ कोशी परिक्रमा बरसात में रखने का कोई धार्मिक उदेश्य नही था,विहिप इसके बहाने दंगा करना कराना चाह रहा था.उन्होंने कहा की मन्दिर मस्जिद का मसला कोर्ट में है,इसके लिए आन्दोलन करना देशद्रोह है.इस्लाम सालिक ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा की व्यक्तिगत विवाद को भी साम्प्रदायिक बना दिया जाता है.अपने अद्यक्षीय उद्बोधन में युगलकिशोर शरण शास्त्री ने कहा है की दंगा प्रसार की जड़े साम्प्रदायिकता और वर्णव्यस्था दोनों ही हैं यह हमारी इंसानियत को पूरी तरह ख़तम कर देता है अयोध्या की साझी विरासत की मजबूती से हम सभ्य समाज का निर्माण कर सकतें हैं
कार्यक्रम का सञ्चालन अफाक ने किया.इस अवसर पर दानिश अंसारी,खालिद,छेदी लाल यादव,राजू गोंड,रामानंद मौर्या,इरम सिद्दिकी,फरहान,वासुदेव यादव,,महादेव मौर्या,शाह आलम,विनोद कुमार आदि लोग मौजूद थे.
   अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल्स फोरम द्वारा अमन पखवाडा २०१३ मनाया जा रहा है.१९ सितम्बर से शुरू होकर यह पखवाडा एक अभियान के तौर पर जनपद फैजाबाद और अम्बेडकर नगर में चलाया जायेगा.पखवाड़े का समापन २ अक्टूबर को गाँधी जयंती पर टांडा,अम्बेडकर नगर में किया जायेगा.इस दौरान विविध कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.कार्यक्रम में उतराखंड पीड़ितों को मदद करने की अपील की गयी.


साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँपर मंथन

अयोध्या, साम्प्रदायिकता के सबाल ने देश की तरक्की को रोक दिया है.धर्म को खतरनाक बना दिया गया है.साम्प्रदायिकता धर्म को प्रदूषित कर रही है.इसके कारण हम तमाम मामलो में पीछे हट रहे हैं.हमारी भावनात्मक एकता खत्म हो रही है.धर्म निरपेक्षता सभी धर्मो का सम्मान करता है.साम्प्रदायिकता सांस्कृतिक विभेदता को बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत करता है. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का मतलब सिर्फ साम्प्रदायिक राष्ट्र होता है.साम्प्रदायिकता को हम विवेक द्वारा काट सकते हैं.इस राजनीती का हमे पर्दाफाश करना होगा. बरिष्ठ साहित्यकार रघुवंशमणि सर्युकुंज मन्दिर में आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे.यह कार्यक्रम अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल्स फोरम द्वारा आयोजित था.परचर्चा का विषय था साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँ.
गोष्ठी को संबोधित करते हुए वाराणसी से आई डॉ.मुनीज़ा खान ने कहा की हर धर्म में सनातन मूल्य एक ही है.शासक वर्ग अपने फायदा के लिए मन्दिर और मस्जिद को तोड़ता है,धर्म का नाम लेकर वह अपने कारगुजारियों को छिपाता है.फिर्कापरस्तियों की चुनौती को हमे स्वीकारना होगा.उन्होंने आरोप लगाया है की गुजरात की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है,रोज़ बलात्कार हो रहे है.दंगो से सबसे अधिक महिलाएं प्रभावित होती है.
व्यापारी नेता नंदकुमार गुप्ता ने कहा की 90 के दशक में यह अयोध्या नगरी शांत और साफ सुथरी मानी जाती थी.अब दंगों की राजनीती शुरू हो चुकी है.यहाँ आग भड़केगी.विहिप के कार्यक्रमों से सबसे अधिक प्रताड़ित व्यापारी वर्ग हुआ है.कथित ८४ कोशी परिक्रमा से एक महिना का आय बाधित हुआ है.उनके इस प्रकार के कार्यकर्मों का हम  सख्त बिरोध करेंगे.
रामजन्म भूमि के बरिष्ठ पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास ने कहा की मानवता को कभी भूलना नही चाहिए.हमे दुनिया को शांति का संदेश देना चाहिय.अयोध्या का आपसी भाईचारा सबको सुसंदेश दे रहा है.इकबाल मुस्तफा ने अपने उद्बोधन में कहा की जो हक के लिए लड़ा जाये वही जेहाद है.अंग्रेजो ने धर्म की बुनियाद पर दंगा कराना प्रारम्भ किया.आज फिरकापरस्ती ताकतें उसी का अनुसरण कर कर रही है.नफरत की बुनियाद पर न कोई हिन्दू है और न कोई मुस्लिम.
महंत गया दास ने  विहिप पर हमला बोलते हुए  कहा की ८४ कोशी परिक्रमा बरसात में रखने का कोई धार्मिक उदेश्य नही था,विहिप इसके बहाने दंगा करना कराना चाह रहा था.उन्होंने कहा की मन्दिर मस्जिद का मसला कोर्ट में है,इसके लिए आन्दोलन करना देशद्रोह है.इस्लाम सालिक ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा की व्यक्तिगत विवाद को भी साम्प्रदायिक बना दिया जाता है.अपने अद्यक्षीय उद्बोधन में युगलकिशोर शरण शास्त्री ने कहा है की दंगा प्रसार की जड़े साम्प्रदायिकता और वर्णव्यस्था दोनों ही हैं यह हमारी इंसानियत को पूरी तरह ख़तम कर देता है अयोध्या की साझी विरासत की मजबूती से हम सभ्य समाज का निर्माण कर सकतें हैं
कार्यक्रम का सञ्चालन अफाक ने किया.इस अवसर पर दानिश अंसारी,खालिद,छेदी लाल यादव,राजू गोंड,रामानंद मौर्या,इरम सिद्दिकी,फरहान,वासुदेव यादव,,महादेव मौर्या,शाह आलम,विनोद कुमार आदि लोग मौजूद थे.
   अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल्स फोरम द्वारा अमन पखवाडा २०१३ मनाया जा रहा है.१९ सितम्बर से शुरू होकर यह पखवाडा एक अभियान के तौर पर जनपद फैजाबाद और अम्बेडकर नगर में चलाया जायेगा.पखवाड़े का समापन २ अक्टूबर को गाँधी जयंती पर टांडा,अम्बेडकर नगर में किया जायेगा.इस दौरान विविध कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.कार्यक्रम में उतराखंड पीड़ितों को मदद करने की अपील की गयी.

17 सितंबर 2013

apeal/ayodhya/faizabad/ambedkarnagar


अपील

महोदय, अयोध्या दुनिया का वह प्रमुख केंद्र है जहाँ पर सिखों की षष्ट गुरु तेगबहादुर सिंह ने तपस्या किया,जैनियों के प्रथम तीर्थकर यही पैदा हुए.मुसलमानों का खुर्द मक्का और शीश पैगम्बर यही पर हैं और मानवता के महान उपदेशक तथागत बौद्ध ने चार वर्षावास किया इससे आस पड़ोस के जनपद सदेव से यहाँ की खुसबू से खुशबूदार बना रहा है इतना ही नही यह धर्म की नगरी सदियों से मानव एकता,नैतिक मूल्य एवं अमन का सन्देश देना चाहता है.पिछले दो दशक से फिरकापरस्ती ताकतें हमारी इस महान विरासत को चकनाचूर कर देना चाह रही हैं

धर्म का काम सुई का है कैची का नही.इसका काम जोड़ना है.तोडना नही,हमारी जितनी उपासना पधितियाँ हैं वह सब विभिन्नता में एकता का प्रतीक हैं हमारे यहाँ के ऋषि मुनियों ने एक शेत्र,गाँव,शहर नही बल्कि सम्पूर्ण दुनिया को संगीतमय जीवन जीने की प्रेरणा दिया है.मध्यकालीन संतों में कबीर,दादू,तुकाराम,पल्टूदास, दीन दरवेश,सूफी चिश्ती,निजामुदीन आदि संतों ने समस्त मानव जाती को प्रेम सोहार्द,इंसानियत और भाई चारा का सन्देश दिया होली, दीपावली,ईद एवं अन्य सभी पर्व त्यौहार मानव मात्र के सामूहिक चेतना को जागृत करता है,वैदिक ऋषियों ने साथ साथ चलने,बैठने,भोजन करने का सन्देश दिया है.इधर कुछ वर्षों से धर्मांध ताकतों में परम्परागत रामनवमी,दशहरा,परिक्रमा आदि पवित्र रीतिरिवाजो को  हथकंडे के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है जिससे धार्मिक प्रदुषण फैलने का खतरा पैदा हो गया है .इससे कई प्रकार की विकृतिया,दंगे,तनाव,आदि जारी है .देश में जो तनाव पैदा हो रहे हैं साझी सोच पर चोट पहुँचाने का बहुत बड़ा खतरा पैदा हो गया है जिससे हमें सजग रहने की जरुरत है.

हम इंसान हैं,इंसान के रूप में पैदा होते है हमारा परम धर्म इंसानियत ही है.हमारी जो उपासना पध्दतियां हैं मन की शुद्दी है इंसानियत जब मजबूत होती है समाज मजबूत होता है साथ ही आर्थिक,शैश्निक सहित सम्पूर्ण प्रकार से हमारे विकास के रास्ते खुलते है हम सभ्य तभी कहलाने योग्य हैं जब हमारा पडोसी हम से सुरक्षित महसूस करे

साधू महात्मा और महापुरुष का सोच किसी खास धरम मज़हब,पंथ उपपंथ और शेत्र के लिय नही होता.वह सम्पूर्ण मानव मात्र का सन्देश वाहक होता है.इधर के काल खंड में जातिवाद,साम्प्रदायिकता,शेत्रवाद ने अपना पाँव फैलाना  प्रारंभ कर दिया है जिससे मानवता को भारी नुक्सान पहुँचने का की सम्भावना बन रही है. दंगा –फसाद भी इन्ही कारणों से होते हैं इन दंगों से सिर्फ अल्पसंखयकों को नुक्सान नही पहुचता बल्कि आम लोगों का रोज़मर्रा का जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है,व्यापार और अन्य कारोबार ठप्प पड़ जाते है ऐसे मौके पर फिरकापरस्ती ताकतें अफवाह फैला कर आग में घी डालने का काम करती है इससे खास तौर से सावधान रहने की जरुरत है इन अफवाहों का न हाथ होता है न पैर न आँख परन्तु वह मानवता को खाक में मिलाने में सछम होता है.





महोदय, हमारा देश  धर्मनिरपेक्ष है इसलिए हमारी एकता और अखंडता भी मज़बूत है दुनिया में जो भी देश धरमनिरपेक्ष नही है वो टुकड़ों-टुकड़ों में विभाजित है जिस दिन हमारे देश की धर्मनिरपेक्षता ख़त्म हो जाएगी उसके बाद हमारी एकता और अखंडता भी खंडित हो सकती है इसलिए हम अपील करते हैं की मानव एकता भाई चारा और सौहार्द के बढ़ावा के लिए सतत प्रयत्नशील रहे जिससे की समतामूलक समाज का निर्माण हो सके.    

हम हैं आपके –युगलकिशोर शरण शास्त्री,शाह आलम,विनोद कुमार,आशीष कुमार,अलोक निगम,आफाक,तुफैल,दीपक कुमार ,अफजाल और आमिर

निवेदक –अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल फोरम

सम्पर्क -9389036966,9451730269

ईमेल - ykshashtri@gmail.com,awadhpeoplesforum@gmail.com