19 सितंबर 2013

‘साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँ’ पर मंथन



साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँपर मंथन
 अयोध्या, साम्प्रदायिकता के सबाल ने देश की तरक्की को रोक दिया है.धर्म को खतरनाक बना दिया गया है.साम्प्रदायिकता धर्म को प्रदूषित कर रही है.इसके कारण हम तमाम मामलो में पीछे हट रहे हैं.हमारी भावनात्मक एकता खत्म हो रही है.धर्म निरपेक्षता सभी धर्मो का सम्मान करता है.साम्प्रदायिकता सांस्कृतिक विभेदता को बढ़ा चढ़ा कर प्रस्तुत करता है. सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का मतलब सिर्फ साम्प्रदायिक राष्ट्र होता है.साम्प्रदायिकता को हम विवेक द्वारा काट सकते हैं.इस राजनीती का हमे पर्दाफाश करना होगा. बरिष्ठ साहित्यकार रघुवंशमणि सर्युकुंज मन्दिर में आयोजित गोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे.यह कार्यक्रम अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल्स फोरम द्वारा आयोजित था.परचर्चा का विषय था साम्प्रदायिकता:बुनियादी जरूरतें और उभरती चुनोतियाँ.
गोष्ठी को संबोधित करते हुए वाराणसी से आई डॉ.मुनीज़ा खान ने कहा की हर धर्म में सनातन मूल्य एक ही है.शासक वर्ग अपने फायदा के लिए मन्दिर और मस्जिद को तोड़ता है,धर्म का नाम लेकर वह अपने कारगुजारियों को छिपाता है.फिर्कापरस्तियों की चुनौती को हमे स्वीकारना होगा.उन्होंने आरोप लगाया है की गुजरात की आर्थिक स्थिति खराब हो गयी है,रोज़ बलात्कार हो रहे है.दंगो से सबसे अधिक महिलाएं प्रभावित होती है.
व्यापारी नेता नंदकुमार गुप्ता ने कहा की 90 के दशक में यह अयोध्या नगरी शांत और साफ सुथरी मानी जाती थी.अब दंगों की राजनीती शुरू हो चुकी है.यहाँ आग भड़केगी.विहिप के कार्यक्रमों से सबसे अधिक प्रताड़ित व्यापारी वर्ग हुआ है.कथित ८४ कोशी परिक्रमा से एक महिना का आय बाधित हुआ है.उनके इस प्रकार के कार्यकर्मों का हम  सख्त बिरोध करेंगे.
रामजन्म भूमि के बरिष्ठ पुजारी आचार्य सतेन्द्र दास ने कहा की मानवता को कभी भूलना नही चाहिए.हमे दुनिया को शांति का संदेश देना चाहिय.अयोध्या का आपसी भाईचारा सबको सुसंदेश दे रहा है.इकबाल मुस्तफा ने अपने उद्बोधन में कहा की जो हक के लिए लड़ा जाये वही जेहाद है.अंग्रेजो ने धर्म की बुनियाद पर दंगा कराना प्रारम्भ किया.आज फिरकापरस्ती ताकतें उसी का अनुसरण कर कर रही है.नफरत की बुनियाद पर न कोई हिन्दू है और न कोई मुस्लिम.
महंत गया दास ने  विहिप पर हमला बोलते हुए  कहा की ८४ कोशी परिक्रमा बरसात में रखने का कोई धार्मिक उदेश्य नही था,विहिप इसके बहाने दंगा करना कराना चाह रहा था.उन्होंने कहा की मन्दिर मस्जिद का मसला कोर्ट में है,इसके लिए आन्दोलन करना देशद्रोह है.इस्लाम सालिक ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा की व्यक्तिगत विवाद को भी साम्प्रदायिक बना दिया जाता है.अपने अद्यक्षीय उद्बोधन में युगलकिशोर शरण शास्त्री ने कहा है की दंगा प्रसार की जड़े साम्प्रदायिकता और वर्णव्यस्था दोनों ही हैं यह हमारी इंसानियत को पूरी तरह ख़तम कर देता है अयोध्या की साझी विरासत की मजबूती से हम सभ्य समाज का निर्माण कर सकतें हैं
कार्यक्रम का सञ्चालन अफाक ने किया.इस अवसर पर दानिश अंसारी,खालिद,छेदी लाल यादव,राजू गोंड,रामानंद मौर्या,इरम सिद्दिकी,फरहान,वासुदेव यादव,,महादेव मौर्या,शाह आलम,विनोद कुमार आदि लोग मौजूद थे.
   अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल्स फोरम द्वारा अमन पखवाडा २०१३ मनाया जा रहा है.१९ सितम्बर से शुरू होकर यह पखवाडा एक अभियान के तौर पर जनपद फैजाबाद और अम्बेडकर नगर में चलाया जायेगा.पखवाड़े का समापन २ अक्टूबर को गाँधी जयंती पर टांडा,अम्बेडकर नगर में किया जायेगा.इस दौरान विविध कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.कार्यक्रम में उतराखंड पीड़ितों को मदद करने की अपील की गयी.


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