17 सितंबर 2013

apeal/ayodhya/faizabad/ambedkarnagar


अपील

महोदय, अयोध्या दुनिया का वह प्रमुख केंद्र है जहाँ पर सिखों की षष्ट गुरु तेगबहादुर सिंह ने तपस्या किया,जैनियों के प्रथम तीर्थकर यही पैदा हुए.मुसलमानों का खुर्द मक्का और शीश पैगम्बर यही पर हैं और मानवता के महान उपदेशक तथागत बौद्ध ने चार वर्षावास किया इससे आस पड़ोस के जनपद सदेव से यहाँ की खुसबू से खुशबूदार बना रहा है इतना ही नही यह धर्म की नगरी सदियों से मानव एकता,नैतिक मूल्य एवं अमन का सन्देश देना चाहता है.पिछले दो दशक से फिरकापरस्ती ताकतें हमारी इस महान विरासत को चकनाचूर कर देना चाह रही हैं

धर्म का काम सुई का है कैची का नही.इसका काम जोड़ना है.तोडना नही,हमारी जितनी उपासना पधितियाँ हैं वह सब विभिन्नता में एकता का प्रतीक हैं हमारे यहाँ के ऋषि मुनियों ने एक शेत्र,गाँव,शहर नही बल्कि सम्पूर्ण दुनिया को संगीतमय जीवन जीने की प्रेरणा दिया है.मध्यकालीन संतों में कबीर,दादू,तुकाराम,पल्टूदास, दीन दरवेश,सूफी चिश्ती,निजामुदीन आदि संतों ने समस्त मानव जाती को प्रेम सोहार्द,इंसानियत और भाई चारा का सन्देश दिया होली, दीपावली,ईद एवं अन्य सभी पर्व त्यौहार मानव मात्र के सामूहिक चेतना को जागृत करता है,वैदिक ऋषियों ने साथ साथ चलने,बैठने,भोजन करने का सन्देश दिया है.इधर कुछ वर्षों से धर्मांध ताकतों में परम्परागत रामनवमी,दशहरा,परिक्रमा आदि पवित्र रीतिरिवाजो को  हथकंडे के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है जिससे धार्मिक प्रदुषण फैलने का खतरा पैदा हो गया है .इससे कई प्रकार की विकृतिया,दंगे,तनाव,आदि जारी है .देश में जो तनाव पैदा हो रहे हैं साझी सोच पर चोट पहुँचाने का बहुत बड़ा खतरा पैदा हो गया है जिससे हमें सजग रहने की जरुरत है.

हम इंसान हैं,इंसान के रूप में पैदा होते है हमारा परम धर्म इंसानियत ही है.हमारी जो उपासना पध्दतियां हैं मन की शुद्दी है इंसानियत जब मजबूत होती है समाज मजबूत होता है साथ ही आर्थिक,शैश्निक सहित सम्पूर्ण प्रकार से हमारे विकास के रास्ते खुलते है हम सभ्य तभी कहलाने योग्य हैं जब हमारा पडोसी हम से सुरक्षित महसूस करे

साधू महात्मा और महापुरुष का सोच किसी खास धरम मज़हब,पंथ उपपंथ और शेत्र के लिय नही होता.वह सम्पूर्ण मानव मात्र का सन्देश वाहक होता है.इधर के काल खंड में जातिवाद,साम्प्रदायिकता,शेत्रवाद ने अपना पाँव फैलाना  प्रारंभ कर दिया है जिससे मानवता को भारी नुक्सान पहुँचने का की सम्भावना बन रही है. दंगा –फसाद भी इन्ही कारणों से होते हैं इन दंगों से सिर्फ अल्पसंखयकों को नुक्सान नही पहुचता बल्कि आम लोगों का रोज़मर्रा का जीवन अस्त व्यस्त हो जाता है,व्यापार और अन्य कारोबार ठप्प पड़ जाते है ऐसे मौके पर फिरकापरस्ती ताकतें अफवाह फैला कर आग में घी डालने का काम करती है इससे खास तौर से सावधान रहने की जरुरत है इन अफवाहों का न हाथ होता है न पैर न आँख परन्तु वह मानवता को खाक में मिलाने में सछम होता है.





महोदय, हमारा देश  धर्मनिरपेक्ष है इसलिए हमारी एकता और अखंडता भी मज़बूत है दुनिया में जो भी देश धरमनिरपेक्ष नही है वो टुकड़ों-टुकड़ों में विभाजित है जिस दिन हमारे देश की धर्मनिरपेक्षता ख़त्म हो जाएगी उसके बाद हमारी एकता और अखंडता भी खंडित हो सकती है इसलिए हम अपील करते हैं की मानव एकता भाई चारा और सौहार्द के बढ़ावा के लिए सतत प्रयत्नशील रहे जिससे की समतामूलक समाज का निर्माण हो सके.    

हम हैं आपके –युगलकिशोर शरण शास्त्री,शाह आलम,विनोद कुमार,आशीष कुमार,अलोक निगम,आफाक,तुफैल,दीपक कुमार ,अफजाल और आमिर

निवेदक –अयोध्या की आवाज़ और अवध पीपुल फोरम

सम्पर्क -9389036966,9451730269

ईमेल - ykshashtri@gmail.com,awadhpeoplesforum@gmail.com


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