परमिला वर्मा यात्रा में शामिल होगी
औरंगाबाद
के बरिष्ठ साहित्यकार डॉ परमिला वर्मा जनसंस्कृति यात्रा में शामिल होकर
उर्जा प्रवाहित करेगी.वे 26 नवंबर को अयोध्या से काठमांडू तक जाने वाली इस
यात्रा के माध्यम से ग्रामीण अंचलों के दलित समस्या पर शोध और अनुसन्धान
करेगी,जिसे प्रकाशित कर पुस्तक का आकार दिया जावेगा.डॉ वर्मा 1990 से ही
पत्रकारिता और लेखन के शेत्र में निरंतर सक्रिय हैं.धर्मयुग,साप्ताहिक
हिंदुस्तान,सारिका आदि पत्रिकाओं से इन्होने
लेखन का शुरुआत किया.अलग अलग विषयों पर इनके 3 हजार लेख प्रकाशित हो चुके
हैं.कहानी संग्रह,आकान्शाओं से परे,अनर्गल,और हवा में बंद मुट्ठियाँ
उपन्यास प्रकाशित हैं.वे जानम समझा करो tv धारावाहिक पर शोध कर चुकी
है.लेखन और पत्रकारिता पर इन्हें महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी
अवार्ड,श्रेष्ठ पत्रकारिता अवार्ड,दलित साहित्य अवार्ड मिल चुके
हैं.सम्प्रति वे पक्षियों पर विशेस काम कर रही है.वे संघ दीव भी जा चुकी
है.पिछले माह वे हमारे साथ इंसानियत का पैगाम यात्रा जो अयोध्या से वाया
दिल्ली उत्तराखंड खंड तक निकली थी शामिल थी.उनके यात्रा में शामिल होने की
सुचना से मुझे भारी प्रसन्नता है.खास बात यह भी है की डॉ वर्मा कई वर्षों
तक आकाशवाणी से कहानियो का भी प्रसारण कर चुकी है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें